26 अक्टूबर 2024 शनिवार नई दिल्ली:
न्यूजीलैंड ने पुणे टेस्ट में भारत के खिलाफ 113 रनों से ऐतिहासिक जीत दर्ज कर सीरीज में 2-0 से बढ़त बना ली है। इसी के साथ भारत का घर में बीते 18 टेस्ट सीरीज से चला आ रहा जीत का सिलसिला भी थम गया। इससे पहले इंग्लैंड ने साल 2012 में भारत को घर में टेस्ट सीरीज में हराया था। तब से टीम इंडिया अपने घर में लगातार जीत रही थी, लेकिन उसके 12 साल से चले आ रहे इस विजयी रथ को न्यूजीलैंड ने रोक दिया। न्यूजीलैंड ने 69 साल के इतिहास में पहली बार भारत को उसी के घर में किसी टेस्ट सीरीज में हराया है।
बता दें कि न्यूजीलैंड की टीम पुणे टेस्ट की दूसरी पारी में 255 रनों पर ढेर हो गई। पहली पारी के आधार पर उसके पास 103 रनों की बढ़त थी, जिसके दम पर कीवी टीम ने भारत को 359 रनों का टारगेट दिया। भारत की दूसरी पारी एक समय अच्छी स्थिति में थी, यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल ने रोहित शर्मा के जल्दी आउट होने के बाद पारी को संभाला। गिल (23) को मिचेल सैंटनर ने 96 के स्कोर पर आउट कर दिया, लेकिन दूसरे छोर से यशस्वी रन बनाते रहे। हालांकि, सैंटनर ने यशस्वी को शतक से रोक दिया। वह 65 गेंदों पर 77 रन (नौ चौके, तीन छक्के) बनाकर आउट हुए, जिसके बाद भारत के विकेट लगातार गिरते रहे और ढाई दिन रहने के बाद भी भारतीय टीम इस स्कोर को हासिल नहीं कर पाई और यह मैच हाथ से निकल गया।
पुणे की पिच पर स्पिन गेंदबाजों का रहा दबदबा
भारत और न्यूजीलैंड के दूसरे टेस्ट मैच में पुणे की काली मिट्टी की पिच पर स्पिन गेंदबाजों का दबदबा रहा। कुल 38 विकेट स्पिनरों ने लिए, जबकि टिम साउदी ने तेज गेंदबाज के रूप में एकमात्र विकेट लिया। वॉशिंगटन सुंदर ने 11, मिचेल सैंटनर ने 13, रविचंद्रन अश्विन ने 5, रवींद्र जडेजा ने 3, ग्लेन फिलिप्स ने 3 और एजाज पटेल ने 2 विकेट हासिल किए। एक बल्लेबाज रन आउट भी हुआ।
ख़राब बैटिंग बनी हार का कारण
बता दें कि बैटिंग में विफलता भी भारत की हार का एक मुख्य कारण रही। रोहित शर्मा पुणे टेस्ट की दोनों पारियों में दहाई का आंकड़ा नहीं छू सके, वहीं विराट ने दोनों पारियों में कुल मिलाकर केवल 18 रन बनाए। उनके अलावा मिडिल ऑर्डर में ऋषभ पंत ने पहली पारी में 18 रन बनाए तो दूसरी पारी में खाता भी नहीं खोल सके। वहीं बेंगलुरु टेस्ट के शतकवीर सरफराज खान इस बार कोई कमाल दिखाने में नाकाम साबित हुए। कुल मिलाकर आंकलन किया जाए तो बैटिंग में विफलता टीम इंडिया की सीरीज हारने का बहुत बड़ा कारण बनी है।